ग्वालियर। महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक डीके सिद्धार्थ की कारगुजारियां इस समय काफी जोरों पर हैं। उनके बारे में जो जानकारियां सामने आ रही हैं, वे काफी आश्चर्यचकित करने वाली हैं। जानकारी मिली है कि कार्यशाला के दौरान वे नशे में इतने धुत थे कि महिला परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों के बीच गिर पड़े।
मिली जानकारी अनुसार माह जुलाई 2024 में श्योपुर के राधिका विलास होटल में महात्मा गांधी सेवा आश्रम द्धारा चंबल संभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी, परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों के लिए कार्यशाला आयोजित की गई थी। बताया जा रहा है कि कार्यशाला के दौरान वहां पर उपस्थित संयुक्त संचालक डीके सिद्धार्थ अत्याधिक मदिरापान करने की वजह से एकाएक वहां पर गिर पड़े।
महिला परियोजना अधिकारियों ने पहुंचाया आरक्षित कक्ष में
जानकारी के अनुसार अत्याधिक मदिरापान के चलते वे खड़े होने में असमर्थ थे, और ठीक ढंग से चल भी नहीं पा रहे थे। जब लडख़ड़ाकर गिरते संयुक्त संचालक डीके सिद्धार्थ को परियोजना अधिकारियों ने देखा तो उन्हें पैलेस में आरक्षित कमरे में किसी तरह पहुंचाया। कलेक्टर ने प्रमुख सचिव को भेजे पत्र में इस बात का उल्लेख किया है और कहा है कि इससे विभाग की छवि धूमिल हुई।
आरटीआई एक्टिविस्ट दुबे ने की सीएम से शिकायत
मामला सामने आने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता और आरटीआई एक्टिविस्ट
अजय दुबे ने संयुक्त संचालक डीके सिद्धार्थ की शिकायत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से की है। सामाजिक कार्यकर्ता दुबे का कहना है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के आला अधिकारियों को मामला संज्ञान में आते ही तुरंत संयुक्त संचालक पर कार्रवाई की जानी थी। उन्होंने मांग की है कि संयुक्त संचालक को वहां से स्थानांतरित कर पत्र में उल्लेखित बिंदुओं की जांच की जाए।
दैनिक स्वतंत्र समय लगातार कर रहा खबरें प्रकाशित
यहां बता दें कि संयुक्त संचालक डीके सिद्धार्थ द्धारा की गईं अनियमितताएं एवं लंबे समय से पदस्थापना को लेकर दैनिक स्वतंत्र समय लंबे समय से खबरें प्रकाशित कर रहा है। यही नहीं प्रकाशित की गई खबरों को लेकर महिला पर्यवेक्षकों एवं परियोजना अधिकारियों द्धारा कहा जा रहा है कि उक्त समाचार पत्र ने बिना भय, दवाब के जो समाचार प्रकाशित किए वह आज के दौर में सराहनीय है।
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