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थाना निशातपुरा क्षेत्र में पतंग उड़ाते समय हाई टेंशन लाइन की चपेट में आया मासूम

भोपाल-पतंग उड़ाना हर उम्र के लोगों को बहुत ही अच्छा लगता है लेकिन कई बार पतंग उड़ाने वाले लोगों के साथ कई दुर्घटना भी हो चुकी कई लोगों ने पतंग उड़ाने के चक्कर में अपनी जान तक गवा दी इसमें खास करके मासूम बच्चे इसका शिकार ज्यादा हुए हैं निशातपुरा थाना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर 3 बजे पतंग के कारण एक दर्दनाक हादसा हो गया।

10 साल का शौर्य नामक बच्चा पतंग उड़ा रहा था, तभी वह हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गया। करंट लगने से उसके कपड़ों में आग लग गई, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत उसे कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के अनुसार बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है।

पुलिस मामले की जांच कर रही है और परिजनों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इसमें कई बार देखा गया है कि माता-पिता अपने बच्चों को पतंग उड़ाने से पहले सुरक्षा की सलाह नहीं देते माता-पिता को चाहिए कि बच्चों को किस चीज से पतंग उड़ाने के दौरान नुकसान हो सकता है इसके बारे में विस्तार से समझना चाहिए ताकि बच्चे को मालूम हो सके की उनके साथ पतंग उड़ाते समय किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए किन चीजों का ध्यान रखना पड़ेगा अक्सर पाटन के कारण कोई छत से गिर जाता है तो कोई घरों के बाहर लगे खंभे पर जानकारी नहीं होने के कारण पतंग उड़ाने में हाई टेंशन लाइन की चपेट में आने से दुर्घटना का शिकार हो जाता है इस घटना के बाद से क्षेत्र में मातम का माहौल बना हुआ है वही मासूम बच्चे की हालत देखकर परिवार का बुरा हाल हो गया है

पत्रकार पर FIR का मामला गर्माया, पुलिस के खिलाफ विरोध तेज

भोपाल-देश में दूसरों की आवाज सरकार तक पहुंच कर उनको न्याय दिलाने वाला पत्रकार आज खुद षड्यंत्र का शिकार हो रहा है पत्रकारों को ना तो अच्छी तनखा मिलती है और ना कोई उनके परिवार की चिंता करता है फिर भी पत्रकार समाज में छुपे भ्रष्टाचार अवैध कारोबारी एवं अपराधियों को बेनकाब करता रहता है ताकि समाज के लोग सुख शांति से रह सके देश दुनिया में हो रही गतिविधियों को भी जनता के सामने अक्सर अपनी कलम के माध्यम से प्रस्ता रहता है ऐसे में अगर किसी पत्रकार के खिलाफ षडयंत्र पूर्वक अपराध दर्ज हो जाए तो उनको न्याय कौन दिलाएगा यह आज के समय में पत्रकार के लिए बहुत बड़ी चिंता बनी हुई है पत्रकार किसी न किसी माध्यम से शिकार होता जा रहा है अवैध कारोबारी ने इन दिनों अपने गलत धंधे चलाने के लिए एक नया हथियार ढूंढ निकाला है अवैध कारोबारों की खबर छपने वाले पत्रकारों को झूठे मामले में फंसने का और पुलिस भी बिना जांच के ही पत्रकारों पर FIR दर्ज करके गिरफ्तार करने में जुट जाती ऐसा लगता है कि पुलिस की नजर में अपराधियों से ज्यादा खतरनाक पत्रकार हैं कटारा हिल्स थाने से पहले भी कई थानों में पत्रकार के खिलाफ फर्जी पत्रकार बढ़कर या फिर अड़ीबाजी का आरोप लगाकर अपराध दर्ज करवाए गए हैं और यह मामले इसलिए सामने नहीं आए क्योंकि कभी भी किसी पत्रकार ने या फिर मीडिया संगठनों ने पुलिस के खिलाफ आवाज नहीं उठाई लेकिन इस बार पुलिस पर पत्रकार पर एफआईआर दर्ज करने का मामला उल्टा ही पड़ गया भोपाल के कटारा हिल्स थाने में पत्रकार के खिलाफ दर्ज हुई FIR अब बड़ा मुद्दा बन गई है। पत्रकार संगठनों और मीडिया से जुड़े लोगों ने इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रॉयल प्रेस क्लब के सदस्यों ने थाने के बाहर धरना दिया और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। इस मामले में भाजपा के मीडिया प्रभारी ने भी आपत्ति जताते हुए इसे “दोषपूर्ण कार्यवाही” करार दिया और थाना प्रभारी के निलंबन की मांग की। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई लोकतंत्र के लिए खतरा है और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार पर आडिबाजी के मामले में अपराध पंजीबद किया गया था पुलिस ने बताया कि 20 मार्च को कटरा पुलिस ने अपराध दर्ज किया है 24 मार्च को पत्रकार को गिरफ्तार किया गया मेडिकल करवाने के बाद न्यायालय में पेश किया किया गया है सूचना मिल रही है कि पूर्व थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है लेकिन इस घटना से नाराज पत्रकार संगठन ने थाना प्रभारी पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की ताकि समाज में पत्रकारों के साथ हो रहे अन्य को रोका जा सके वही इस मामले की सूचना मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी पत्रकारों द्वारा दी गई इस पर CM ने जांच का आश्वासन दिया था पत्रकारों ने प्रदर्शन के दौरान पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग भी की है FIR के विरोध में पत्रकार संगठनों ने मध्यप्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग तेज कर दी है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो आंदोलन और उग्र हो सकता है। अब सभी की नजर प्रशासन पर है कि वह इस मामले में क्या निर्णय लेता है।

भोपाल में बंदूक की नोक पर दिनदहाड़े ज्वेलर्स के साथ लूट का प्रयास

राजधानी भोपाल के अपराधी इन दिनों पुलिस के लिए सर दर्द और आम जनता के लिए डर का कारण बने हुए हैं भोपाल में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। सोमवार दोपहर करीब एक बजे शाहपुरा थाना इलाके के रोहित नगर स्थित अक्षांश ज्वेलर्स में बदमाशों ने लूट की कोशिश की। आरोपियों ने ज्वेलरी शॉप के मालिक मनोज जैन को बंदूक की नोक पर धमकाया और लूटपाट करने का प्रयास किया। इस दौरान झड़प में मनोज जैन लहूलुहान हो गए। गंभीर रूप से घायल जैन किसी तरह शाहपुरा थाने पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है और बदमाशों की तलाश जारी है। लूट हत्या चोरी छेड़छाड़ जैसे गंभीर अपराध भी इन दिनों अपराधियों के लिए आम बात होती नजर आ रही है

भोपाल में 30 लाख की चोरी,इंदौर में गलवाया सोना! पुलिस ने तीन आरोपी को किया गिरफ्तार।

राजधानी भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र में गोपाल अग्रवाल के सूने मकान में चोरी की घटना को अंजाम देकर चोरों ने लाखों रुपये की नकदी और सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर लिए थे गोपाल प्रसाद अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 18 मार्च को दोपहर 1 बजे वे अपने परिवार के साथ शहर से बाहर गया था। और 19 मार्च की रात 10 बजे लौटने पर देखा कि उनके घर का दरवाजा टूटा हुआ था। अंदर जाने पर अलमारी का सारा सामान बिखरा पड़ा था और करीब 30 लाख रुपये मूल्य की नकदी और सोने चांदी के जेवहरात गायब थे। पुलिस ने मामले की गंभीरता को जाँच शुरू करते हुए, एक विशेष टीम गठित की गई। सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदेहियों आशुतोष श्रीवास्तव और जितेंद्र उर्फ जीतू मीणा को दानापानी रोड से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की वारदात कबूल की और बताया कि चोरी किए गए आभूषण इंदौर निवासी धर्मेंद्र उर्फ मनीष प्रजापति को बेचे थे। आरोपियों की निशानदेही पर चोरी का कुछ माल बरामद कर लिया गया। इंदौर में धर्मेंद्र से पूछताछ के दौरान पता चला कि उसने चोरी के आभूषणों को गला कर सोने-चांदी की सिल्ली बना ली थी, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया। मीडिया से चर्चा के दौरान ACP निहित
उपाध्याय ने बताया कि आशुतोष श्रीवास्तव गोपाल अग्रवाल के बेटे का बचपन का दोस्त है इसलिए आशुतोष को घर में कौन सी चीज कहां है और घर वाले कब जा रहे हैं कब लौटेंगे पूरी जानकारी थी आशुतोष ने अपने एक साथी को और अपने साथ मिलकर कर्ज चुकाने के लिए इस चोरी की घटना को अंजाम दिया है पुलिस दावा कर रही है गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने चोरी के कुछ जेबरात और नगदी बरामद कर लिया है आरोपियों द्वारा इंदौर जाने के लिए जी वाहन का इस्तेमाल किया था वह चर्चा का विषय बनी हुई है जांच के बाद इस बड़ी चोरी की घटना में बड़ा खुलासा हो सकता है

क्राइम ब्रांच ने उड़ीसा से लाकर भोपाल में गांजा बेचने वाले दो को किया गिरफ्तार

राजधानी भोपाल में नशे का कारोबार करने वाले लोगों पर क्राइम ब्रांच भोपाल कार्रवाई करने में जुड़ गया है ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें भोपाल क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 किलो 550 ग्राम गांजा बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी उड़ीसा से गांजा लाकर भोपाल में बेचते थे और इससे बड़ा मुनाफा कमाते थे। गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद अनस उर्फ दाना, जो थाना गौतम नगर का निगरानी बदमाश है और पहले से ही जिला बदर किया जा चुका था, इस नशे के कारोबार में कामना यादव उर्फ खुशी भी शामिल हैं। पुलिस ने एमपी नगर स्थित यश बैंक के सामने खाली मैदान में दबिश देकर दोनों को एक ग्रे रंग के ट्रॉली बैग के साथ पकड़ा, जिसमें तलाशी लेने पर क्राइम ब्रांच पुलिस को गांजा मिला। बताया जा रहा है कि अनस उर्फ दाना के खिलाफ कई संगीन अपराध दर्ज हैं, जिनमें लूट, मारपीट, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के मामले शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 और म.प्र. राज्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 14 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मोहन सरकार की 125 अधिकारियों पर भ्रष्टाचार की जांच शुरू

मध्य प्रदेश घोटालों और भ्रष्टाचार में शुरू से ही सुर्खियों में बना रहा है भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों की वजह से मध्य प्रदेश की स्थिति इन दिनों ऐसी है कि सरकार लगातार कर्ज में डूबती जा रही है अभी परिवहन विभाग के आरक्षक सौरभ शर्मा के भ्रष्टाचार के मामले थामे भी नहीं थे कि मध्य प्रदेश सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने जा रही है और इसी कड़ी में भारतीय वन सेवा (IFS) और राज्य वन सेवा (SFS) के 125 अधिकारियों पर करप्शन के गंभीर आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है। लोकायुक्त पुलिस के तहत 33 मामलों में से 22 की जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है, वहीं आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) के 92 मामलों में से 35 की रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई है। सरकार की इस कार्रवाई में मध्य प्रदेश पूर्वी क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार के कई बड़े मामले भी सामने आए हैं, जिसमें वन विभाग के उच्च अधिकारियों की संलिप्तता उजागर हुई है।

जांच के दायरे में कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, जिनमें उमरिया वन मंडल अधिकारी आरएस सिकरवार, एसडीओ एके दीक्षित, शिवपुरी के डीएफओ लवित भारती, उज्जैन के बीपी शर्मा और देवास के पीएन मिश्रा प्रमुख हैं। खंडवा, रीवा, सागर, सिवनी और शहडोल में भी कई अधिकारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। मध्य प्रदेश पूर्वी क्षेत्र में रीवा, सतना, सीधी, शहडोल और सिंगरौली जिलों में वन विभाग से जुड़े कई भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की जा रही है। रीवा में मुख्य वन संरक्षक शमशेर सिंह राणा, डीएफओ विपिन पटेल, सीधी में वन मंडल अधिकारी गौरव चौधरी, व्हाइट टाइगर सफारी के संचालक केपी सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों पर जांच जारी है।

सागर में मुख्य वन संरक्षक अनिल कुमार सिंह और अनुसंधान विभाग के तत्कालीन प्रमुख आजाद सिंह डबास पर भी करप्शन के मामले दर्ज किए गए हैं। सरकार की इस सख्त कार्रवाई से मध्य प्रदेश पूर्वी क्षेत्र समेत पूरे प्रदेश में वन विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसा लग रहा है कि मध्य प्रदेश का नाम इस बार इन अधिकारी कर्मचारियों की वजह से फिर भ्रष्टाचार की सुर्खियों में छा जाएगा व्यापम बस अधिग्रहण खाद बीज राशन महिला बाल विकास में लोक निर्माण विभाग मंडी बोर्ड शिक्षा मंडल में कंप्यूटर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में नगर निगम जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग भी भ्रष्टाचार से अछूते नहीं इन विभागों में ऐसे ऐसे घोटाले हैं कि अगर उनकी जांच हो जाए तो कई भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी बेनकाब हो जाएंगे इन विभागों में कार्य अधिकारी कर्मचारियों की जांच वर्षों से लोकायुक्त टू में लंबित है

अगर आपके पास भी है12th की marksheet,तो सरकारी नौकरी पाने का सुनहेरा अवसर

12वीं के बाद सरकारी नौकरी के टॉप ऑप्शन

अगर आप भी 12th के बाद सरकारी नौकरी करना चाहते है,तो आपको बिलकुल चिंता करने की जरूरत नही एकल सत्य न्यूज़ आपके लिए लाया है कुछ। मत्त्वपूर्ण जानकारी जो आपकी जिंदगी पूरी तरह बदल देगा।तो चलिये बिना किसी देरी के जानकारी पूरी पढ़े।

(हर युवा के लिए सुनहरा मौका)

1️⃣ भारतीय सेना (Indian Army)

पोस्ट: General Duty (GD), Clerk, Tradesman, Technical
योग्यता: 12वीं पास (किसी भी स्ट्रीम)
चयन प्रक्रिया:
✅ फिजिकल टेस्ट
✅ मेडिकल टेस्ट
✅ लिखित परीक्षा

2️⃣ भारतीय वायुसेना (Indian Airforce)

पोस्ट: Airmen (Group X & Y)
योग्यता:
▶️ Group X – 12वीं PCM (Science)
▶️ Group Y – किसी भी स्ट्रीम
चयन प्रक्रिया:
✅ ऑनलाइन एग्जाम
✅ फिजिकल टेस्ट
✅ मेडिकल टेस्ट

3️⃣ भारतीय नौसेना (Indian Navy)

पोस्ट: SSR (Senior Secondary Recruit), MR (Matric Recruit)
योग्यता: 12वीं पास (Science स्ट्रीम के लिए SSR)
चयन प्रक्रिया:
✅ कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT)
✅ फिजिकल टेस्ट

4️⃣ एसएससी CHSL (SSC CHSL)

पोस्ट: LDC, Data Entry Operator, Postal Assistant, Court Clerk
योग्यता: सिर्फ 12वीं पास
सैलरी: ₹25,000 से ₹81,000 तक
चयन प्रक्रिया:
✅ CBT (Online Test)
✅ टाइपिंग टेस्ट

5️⃣ रेलवे भर्ती (Indian Railways)

पोस्ट: Ticket Collector (TC), Clerk, Group D
योग्यता: 12वीं पास
सैलरी: ₹21,000 से ₹69,000 तक
चयन प्रक्रिया:
✅ CBT Test
✅ फिजिकल टेस्ट

6️⃣ पुलिस भर्ती (Police Constable / SI)

पोस्ट: कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सब-इंस्पेक्टर (SI)
योग्यता: 12वीं पास
चयन प्रक्रिया:
✅ फिजिकल टेस्ट
✅ लिखित परीक्षा
✅ मेडिकल

7️⃣ डाक विभाग (Post Office – GDS & Assistant)

पोस्ट: Gramin Dak Sevak (GDS), Postal Assistant
योग्यता: 12वीं पास
चयन प्रक्रिया:
✅ मेरिट बेस (कोई एग्जाम नहीं)
सैलरी: ₹12,000 से ₹35,000

8️⃣ वन विभाग (Forest Department)

पोस्ट: Forest Guard, Wildlife Guard
योग्यता: 12वीं पास
चयन प्रक्रिया:
✅ फिजिकल टेस्ट
✅ लिखित परीक्षा

9️⃣ बैंकिंग सेक्टर (RRB Office Assistant & Clerk)

पोस्ट: ऑफिस असिस्टेंट, क्लर्क
योग्यता: 12वीं पास (कुछ में Graduation चाहिए)
चयन प्रक्रिया:
✅ IBPS RRB Prelims & Mains

10️⃣ अन्य सरकारी नौकरियां

फायरमैन, ड्राइवर, हेल्थ डिपार्टमेंट, पंचायत सचिव

योग्यता: 12वीं पास

सिलेक्शन: टेस्ट और फिजिकल

जरूरी टिप्स:

✅ रोज सरकारी भर्तियों की अपडेट चेक करें
✅ फिजिकल और लिखित दोनों की तैयारी करें
✅ सही समय पर ऑनलाइन आवेदन करें
✅ सरकारी नौकरी = जिंदगी भर की सिक्योरिटी + अच्छी सैलरी

12वीं के बाद सरकारी नौकरी पाना मुश्किल नहीं है, बस मेहनत और सही दिशा चाहिए!

हज़रत अली (अ.स.) की शहादत की याद में मजलिस और अफ्तार का आयोजन

पटना, 21 मार्च 2025 (20 रमज़ान 1446 हिजरी) – हज़रत अली अलैहिस्सलाम की शहादत की याद में आज पटना के पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित स्वर्गीय जस्टिस सैयद शमशुल हसन साहब के आवास पर एक मजलिस और अफ्तार का आयोजन किया गया। यह आयोजन उनके पुत्रों द्वारा किया गया, जिसमें सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की।

इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तित्व मौजूद रहे, जिनमें वरिष्ठ अधिकारी जनाब ADG नैय्यर हसनैन खान साहब, बिहार सरकार के सम्मानित मंत्रीगण—माननीय श्री अशोक चौधरी, श्री सुमित कुमार सिंह, श्री जमा खान—तथा एमएलसी श्री संजय सिंह, भाई तरुण चौधरी, पार्टी के साथी श्री छोटू सिंह, जौनपुर के पूर्व सांसद श्री धनंजय सिंह, रॉकी यादव और बिहार भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के आईटी एवं सोशल मीडिया प्रदेश संयोजक जनाब सैयद मोहम्मद अली शामिल थे।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी मेहमानों ने हज़रत अली (अ.स.) की शिक्षाओं और कुर्बानी को याद किया और एकजुटता के संदेश को बढ़ावा दिया।

भोपाल पुलिस को मिली बड़ी सफलता, निशातपुरा थाना पुलिस ने 7.5 लाख रुपये के चोरी हुए 8 वाहन किए बरामद, 4 शातिर वाहन चोर गिरफ्तार

भोपाल शहर में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गौस्वामी के निर्देश पर विशेष अभियान चलाया जा रहा था। इसी क्रम में निशातपुरा थाना पुलिस को 20 मार्च 2025 को एक बड़ी सफलता हाथ लगी, जब चार शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक कार सहित सात दुपहिया वाहन जब्त किए गए। इन वाहनों की कुल कीमत करीब 7.5 लाख रुपये बताई जा रही है।

पुलिस उपायुक्त जितेंद्र सिंह पवार और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त मलकीत सिंह के मार्गदर्शन में, सहायक पुलिस आयुक्त ऋचा जैन व थाना प्रभारी रूपेश कुमार दुबे के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम को सूचना मिली थी कि नवीबाग रोड पर चार संदिग्ध युवक एक सफेद वैगनआर कार में मौजूद हैं और चोरी की कार को बेचने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी की और चारों संदिग्धों को धर दबोचा। पूछताछ के दौरान उन्होंने कबूल किया कि कार को एक महीने पहले करोंद इलाके से चोरी किया था। जब पुलिस ने गहराई से पूछताछ की, तो उन्होंने शहर के विभिन्न इलाकों से कुल सात अन्य वाहनों की चोरी करने की बात भी स्वीकार कर ली।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुश्ताक (25 वर्ष), मोहम्मद शाहरूख (25 वर्ष), मोहम्मद यासिन (20 वर्ष) और फैजान उर्फ मुन्ना (20 वर्ष) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, ये सभी पेशेवर वाहन चोर हैं और मिलकर गिरोह के रूप में काम करते थे। ये वाहन चोरी कर उन्हें सस्ते दामों में बेचते थे और जब उनके पास पैसे खत्म हो जाते, तो फिर से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।

बरामद वाहनों की सूची इस प्रकार है:

  • एक सफेद वैगनआर कार (MP04 CA 2578)
  • दो सुजुकी एक्सेस स्कूटी (MP04 ZD 7201 और MP04 UH 1867)
  • एक हीरो स्प्लेंडर बाइक (MP04 QW 4171)
  • एक हीरो डीलक्स बाइक (MP04 QK 1432)
  • एक एचएफ डीलक्स बाइक (MP04 QD 9953)
  • एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल (MP04 QU 0468)
  • एक हीरो डीलक्स मोटरसाइकिल (MP04 QM 3585)

पुलिस की इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रूपेश दुबे, उप-निरीक्षक मातादीन अहिरवार, प्रधान आरक्षक मोहन श्रेष्ठ, आरक्षक मनीष उपाध्याय, मधुसूदन, जितेंद्र सिकरवार, विनीश यादव, दिनेश जाटव, विजय शर्मा और अभिषेक सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आरोपियों का आपराधिक इतिहास
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी पहले भी कई आपराधिक मामलों में लिप्त रहे हैं। इनके खिलाफ चोरी, लूट, आर्म्स एक्ट और मारपीट जैसी धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं। मुख्य आरोपी मुश्ताक और फैजान के खिलाफ पहले से कई थानों में वाहन चोरी और अवैध हथियार रखने के मामले दर्ज हैं।

भोपाल पुलिस अब इनसे जुड़े अन्य साथियों की तलाश कर रही है, ताकि इस पूरे गिरोह को खत्म किया जा सके। पुलिस को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से शहर में वाहन चोरी की घटनाओं पर लगाम लगेगी और आने वाले दिनों में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

चार महीने पहले बनी दुल्हन, अब संदिग्ध हालात में मिली लाश–क्या ये हादसा था या कोई साज़िश?

भोपाल-मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र में रविवार सुबह सनसनी फैल गई, जब आरकेडीएफ कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ऋचा पांडे की लाश उनके कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मिली। चार महीने पहले ही शादी के जोड़े में सजी ऋचा, आज सफेद कफन में लिपटी पाई गई। ये मौत थी… या किसी साजिश का अंजाम?

परिजनों का दावा है कि ऋचा की मौत किसी हादसे का नतीजा नहीं, बल्कि उसके पीछे कोई गहरी साज़िश छिपी है। शक की सुई सबसे पहले पति पर जा टिकी, जिस पर परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस भी इस मामले को आत्महत्या मानने के बजाय हत्या की आशंका के नजरिए से देख रही है।

ऋचा के दोस्त भी इस खबर से सदमे में हैं। जो लड़की हमेशा हंसती-खेलती नजर आती थी, वो अचानक ऐसा कदम कैसे उठा सकती है? क्या शादी के बाद उसकी जिंदगी में ऐसा कुछ घटा था, जिससे वो टूट गई? या फिर सच में कोई ऐसा राज है, जो अब तक पर्दे के पीछे छिपा हुआ है?

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ हो सकेगा कि ऋचा की मौत किसी जहरीले पदार्थ से हुई या फिर यह एक सुनियोजित मर्डर था। पुलिस ने पति और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। हर एंगल को खंगाला जा रहा है—शादी के बाद ऋचा की जिंदगी में क्या बदलाव आए, क्या वो किसी परेशानी से जूझ रही थी, या फिर इस मामले में कोई तीसरा शख्स भी शामिल है?

फिलहाल पुलिस मामले की परतें खोलने में जुटी है। लेकिन एक सवाल अभी भी हवा में तैर रहा है—क्या यह एक आत्महत्या है, या फिर किसी के गुस्से और नफरत का नतीजा?