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भोपाल माध्यमिक शिक्षा मंडल में करोड़ों के घोटाले का उपयंत्री पर गंभीर आरोप

भोपाल के माध्यमिक शिक्षा मंडल में वर्ष 2023 के दौरान बिना कार्यपालन यंत्री की नियुक्ति के करोड़ों रुपये के निर्माण कार्यों के भुगतान में भारी अनियमितताओं का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, वर्ष 2023 में मंडल में कोई कार्यपालन यंत्री पदस्थ नहीं था, जबकि संविदा के माध्यम से दिनांक 20 सितंबर 2023 को एक वर्ष के लिए कार्यपालन यंत्री की नियुक्ति की गई। इस अवधि में उपयंत्री विनोद कुमार मंडराय ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर स्वयं ही निर्माण कार्यों के रनिंग एवं अंतिम देयकों का प्रमाणीकरण कर करोड़ों रुपये का भुगतान करवा दिया।
लोक निर्माण विभाग के वित्तीय शक्तियों की पुस्तिका 1995 के अनुसार, यह अधिकार केवल कार्यपालन यंत्री को होता है, जबकि उपयंत्री को ऐसा कोई अधिकार प्राप्त नहीं है। बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के देयकों का भुगतान कराना न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि विभाग के साथ छल-कपट और धोखाधड़ी भी है। इस गंभीर अनियमितता को देखते हुए विभाग ने एक तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन कर मामला जांच के अधीन कर दिया था पर माध्यम शिक्षा मंडल में किसी भ्रष्टाचार की जांच इतनी आसानी से हो जाए यह संभव ही नहीं क्योंकि माध्यमिक शिक्षा मंडल में एक ही भ्रष्टाचारी नहीं है इस भ्रष्टाचार के खेल में कई अधिकारी अपनी भूमिका निभा रहे हैं जांच कमेटी टीम तो गठित की गई है लेकिन इसमें भी लीपापोती कर के मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है जिसकी शिकायत माध्यमिक शिक्षा मंडल से रिटायर हुए अब्दुल मुईद खान ने सचिन से लेकर मध्य प्रदेश शासन के शिक्षा मंत्री तक की है लेकिन मुईद खान को न्याय की किरण कहीं से नजर नहीं आ रही है

विनोद कुमार मंडराय पर पहले से भी लंबित हैं शिकायतें, कार्रवाई की मांग तेज

उपयंत्री विनोद कुमार मंडराय के विरुद्ध पूर्व में भी कई शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी हैं। शिकायतकर्ता द्वारा 25 नवंबर 2024 और 17 जनवरी 2025 को अध्यक्ष और सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल को प्रस्तुत की गईं शिकायतों में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि मंडराय ने दस्तावेजों में फर्जी जानकारियाँ अंकित कर विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुँचाया।
शिकायत में तालिका ‘ए’ के अंतर्गत सरल क्रमांक 01 से 21 तथा परिशिष्ट 03 से 23 तक दस्तावेजों को संलग्न किया गया है। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि शीघ्रता एवं पारदर्शिता के साथ समयसीमा में जांच पूरी कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। अगर समय पर जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो इस मामले को उच्च न्यायालय में अपने वकील के माध्यम से चुनौती देंगे इसके साथ ही यह भी आशंका जताई गई है कि जांच लंबित रहने के दौरान उपयंत्री साक्ष्यों को प्रभावित कर सकते हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से भवन कक्ष से हटाने की भी मांग की गई है। अब सभी की निगाहें मंडल प्रशासन पर टिकी हैं कि वह कब इस मामले में ठोस कदम उठाता है। या फिर माध्यमिक शिक्षा मंडल में हुए पुराने घोटाले के साथ इस गंभीर आरोप को भी दरकिनार कर उपन्यत्री विनोद कुमार मंडराय को बचाने का प्रयास किया जाएगा।

इनका कहना है
अतिरिक्त सविन प्रियंका गोयल से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले के लिए जांच समिति गठित कर दी गई थी लेकिन उसमें एक जांच सदस्य का ट्रांसफर हो गया था अब दूसरे सदस्य जोड़कर जांच की जाएगी लेकिन जांच के संबंध में एकल सत्य समाचार पत्र के द्वारा पूछा गया कि कब तक जांच चलती रहेगी तो उन्होंने बताया कि जांच कब तक चलेगी यह स्पष्ट नहीं बता सकते हैं अब यह जांच कब तक होती है और इसकी स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो पा रही अब देखना यह है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल में इस भ्रष्टाचार की जांच होकर दोषी पर कार्रवाई होती है या फिर इसी तरह से जांच समिति के सदस्य ट्रांसफर होते रहेंगे और ट्रांसफर के नाम पर जांच को लंबे समय तक खींचा जाएगा। ताकि भ्रष्टाचार के आरोपी उप यंत्री विनोद कुमार मंडराय उच्च अधिकारियों से मिलकर शिक्षा मंडल में घोटाले और भ्रष्टाचार करते रहेंगे शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया है कि मां पुस्तिका अधिनियम का उल्लंघन करते हुए उपयंत्री ने इतने निर्माण कार्य करवाए हैं कि उनकी सही से अगर जांच हो जाए तो मध्य प्रदेश में एक और भ्रष्टाचार की गूंज भारत के हर कोने में सुनाई देगी।

रानी कमलापति स्टेशन पर पुलिस की नाकामी उजागर, शराबियों के सामने बेबस नजर आई वर्दी

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल इन दीनों क्राइम की राजधानी बन गई है जिसको अब ऐसा लगता है कि पुलिस प्रशासन के लिए बढ़ते अपराध को रोक पाना मुमकिन हो गया है पहले तो आम जनता गुंडागर्दी का शिकार हो रही थी लेकिन अब खाकी वर्दी खुद ही सुरक्षित नहीं है मध्य प्रदेश में किसी खाकी वर्दी धारी पर हमला हुआ है यह पहला मामला नहीं है रानी कमलापति स्टेशन पर देर रात हुए हंगामे ने एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नशे में धुत तीन युवकों ने स्टेशन पर खुलेआम उत्पात मचाया और रोकने पर हेड कांस्टेबल नजर दौलत की पिटाई कर दी, उसकी वर्दी तक फाड़ डाली। चौंकाने वाली बात यह रही कि मौके पर पहुंचे दूसरे पुलिसकर्मी भी शराबियों के आगे लाचार नजर आए और बहाने बनाते हुए पीछे हट गए। आरोपियों के द्वारा “हिंदू भाई हो, हट जाओ” जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर पुलिस को बेइज्जत करना, यह दिखाता है कि कानून का डर खत्म होता जा रहा है। बंसल वन के पास रोजाना देर रात तक शराबियों का जमावड़ा रहता है, लेकिन पुलिस की सुस्ती के चलते आम जनता की सुरक्षा खतरे में पड़ती जा रही है। घटना के बाद पुलिस ने महज एक आरोपी को गिरफ्तार कर खानापूर्ति कर ली, जबकि बाकी दो आरोपी अब भी फरार हैं। सवाल ये उठता है कि जब वर्दीधारी ही सुरक्षित नहीं, तो आम नागरिकों की रक्षा कैसे होगी?

इनका कहना है

रेलवे अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने चर्चा में बताया कि हेड कांस्टेबल नजर दौलत के साथ तीन आरोपियों द्वारा मारपीट की गई थी जिसमें से एक आरोपी जितेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है बाकी अन्य आरोपियों की गाड़ी के नंबर से तलाश की जा रही है जिनको जल गिरफ्तार किया जाएगा

भोपाल पुलिस को बड़ी सफलता: ई-रिक्शा समेत चोरी के छह वाहन बरामद, तीन आरोपी गिरफ्तार

भोपाल। अयोध्यानगर थाना क्षेत्र में बैटरी चालित ऑटो चोरी की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फरियादी महेन्द्र राजपूत (22 वर्ष), निवासी विजासन माई मंदिर के पास नरेला शंकरी, अयोध्यानगर, भोपाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 22 अप्रैल 2025 को रात करीब 10 बजे उनके घर के बाहर खड़ा उनका बैटरी चालित ऑटो (क्रमांक MP04-YA-4648) कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी जोन-2 डॉ. संजय कुमार अग्रवाल के निर्देश पर तत्काल टीम गठित की गई। अति. पुलिस उपायुक्त महावीर सिंह मुजाल्दे के पर्यवेक्षण तथा सहायक पुलिस आयुक्त अक्षय चौधरी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया।

लगातार खोजबीन के दौरान पुलिस टीम ने रूपनगर इंडस्ट्रियल एरिया से तीन संदिग्धों को चोरी गए ई-रिक्शा के साथ पकड़ा। पकड़े गए आरोपियों में आदर्श राजपूत उर्फ गोलू राजपूत (20 वर्ष), निवासी झुग्गी नं. 295, रूपनगर, थाना अशोकागार्डन, मूल निवासी सलामतपुर जिला रायसेन, तथा दो विधि विरुद्ध बालक (दोनों 16 वर्षीय) शामिल हैं। पूछताछ में तीनों ने अयोध्यानगर थाना क्षेत्र से पांच और अशोकागार्डन थाना क्षेत्र से एक वाहन चोरी करना स्वीकार किया।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कुल छह वाहन बरामद किए, जिनमें ई-रिक्शा, दो पल्सर मोटरसाइकल, एक डीलक्स मोटरसाइकल, एक एक्टिवा स्कूटर और एक एक्सिस स्कूटर शामिल हैं। बरामद वाहनों की कुल कीमत लगभग 7 लाख रुपये आंकी गई है।

मदीना रूबात मे हाजियों के ठहरने की व्यवस्था के लिए मकरानी समाज ने सोप ज्ञापन

मुस्लिम समाजों के मदीना रूबात मे हाजियों के ठहरने की व्यवस्था के लिए मकरानी समाज ने सोप ज्ञापन ने भोपाल रियासत की शाही औकाफ के प्रशासकीय प्रबंधक से मुलाकात कर , मदीना रूबात के संबध मे चर्चा की ओर मोहतरमा सबा साहिबा को मदीना रुबात को लेकर सभी मुस्लिमों समाजों के अध्यक्षों के साथ ज्ञापन दिया, एवं वही मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जनाब हाजी सनव्वर पटेल जी से भी मुलाकात कर मदीना रूबात मे हाजियों के ठहरने की व्यवस्था को लेकर काफी चर्चा हुई जिस मे मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष हाजी सनव्वर पटेल साहब ने बताया की हम पूरी कोशिश कर रहे है रुबात बचाना चाहिए उन्होंने बताया की उन्होने देश के प्रधानमंत्री जी, देश के विदेश मंत्री जी, देश के अल्पसंख्यक मंत्री जी को और प्रदेश के मुख्य मंत्री जी को इस संदर्भ में पत्र लिख चुके हैं,

सनव्वर पटेल जी ने आश्वस्त किया कि यह लड़ाई मे वह सभी समाज संगठनों के साथ मिल कर संयुक्त रूप से लड़ेंगे, और यह भरोसा दिलाया कि, जल्द ही मदीना रुबात के मसाईल हल करने की कोशिश करेगें, वही भोपाल शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी जी को भी ज्ञापन दिया, इस दौरान सभी समाजों के अध्यक्षों और जिम्मेदार मोजूद रहे, “जिसमें मकरानी समाज जिला के अध्यक्ष खालिक मकरानी पत्रकार” और कमेटी के जिम्मेदारान नदीम अहमद मकरानी एडवोकेट, अकबर मकरानी औरंगजेब मकरानी भी उपस्थित रहे।

भोपाल में आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ मुस्लिम समाज ने जलाया पुतला, राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन

भोपाल, 23 अप्रैल 2025। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के विरोध में बुधवार को मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड परिसर में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर सनवर पटेल के नेतृत्व में मुस्लिम समाज ने पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला जलाया। इस दौरान मौजूद मुस्लिम समाज के प्रतिनिधिमंडल ने भोपाल कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर देश की राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।

सनवर पटेल ने कहा कि आतंकवाद शांति, सद्भाव और विकास का दुश्मन है और इस्लाम धर्म निर्दोषों की हत्या की इजाजत नहीं देता। उन्होंने पहलगाम के निकट बैसरन घाटी में हिंदू तीर्थयात्रियों पर हुए हमले को इस्लाम धर्म को बदनाम करने की साजिश बताया और कहा कि भारत का मुस्लिम समाज इस हमले की कड़ी निंदा करता है।

उन्होंने स्पष्ट कहा कि अमरनाथ यात्रा के दौरान पर्यटकों पर हमला मानवता के खिलाफ है और मध्यप्रदेश का मुस्लिम समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। इस अवसर पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष एम एजाज खान, शहरयार अहमद, इरशाद अंसारी, असलम इलयास, रमीज कुरैशी सहित कई लोग उपस्थित रहे। ज्ञापन में पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।

भोपाल रेलवे में अपराध पर लगाम — SP राहुल कुमार लोढ़ा की अगुवाई में जीआरपी का तगड़ा एक्शन

कय्यूम पठान क्राइम रिपोर्टर

भोपाल जीआरपी ने SP राहुल कुमार लोढ़ा के नेतृत्व में रेलवे क्षेत्र में अपराध पर जबरदस्त लगाम कस दी है। जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच केवल चार महीनों में पुलिस ने 450 मोबाइल फोन बरामद किए और करीब 1.91 करोड़ रुपये की चोरी गई संपत्ति पीड़ितों को लौटाई। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में तीन गुना से भी ज्यादा है, जो पुलिस की सक्रियता और कार्यकुशलता को दर्शाता है।

इस अभियान के दौरान 204 आदतन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से 58 अभी भी जेल में हैं। इसके साथ ही चोरी, झपटमारी और नकबजनी में लिप्त 10 बड़े गैंग्स का भंडाफोड़ किया गया। चलती ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों और प्लेटफॉर्म्स पर दबिश देकर लाखों की चोरी गई सामग्री बरामद की गई। बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और दिल्ली जैसे राज्यों के शातिर अपराधी भी इस कार्रवाई में पकड़े गए।

SP राहुल कुमार लोढ़ा ने स्पष्ट कहा कि रेलवे में अपराध करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर प्लेटफॉर्म और हर कोच पुलिस की निगरानी में है। यह अभियान साबित करता है कि अगर नेतृत्व मजबूत हो, तो रेलवे जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भी अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं बचती।

शातिर अपराधी जीतेन्द्र धाकड़ का काला सच उजागर, ब्लैकमेलिंग से लेकर तांत्रिक क्रियाओं तक फैला है अपराध का जाल

भोपाल पुलिस कमिश्नर कार्यालय परिसर में कपिल राजपूत से 10 लाख रुपए वसूलने वाले जीतेन्द्र धाकड़ का आपराधिक इतिहास एक बार फिर सामने आया है। जीतेन्द्र, जो पहले भी कई मामलों में लिप्त पाया जा चुका है, अब ब्लैकमेलिंग और युवतियों के शोषण जैसे गंभीर अपराधों में संलिप्त पाया गया है।

पूर्व विधायक जसवंत सिंह पटेल (स्व.) की नातिन पूर्वी के साथ मिलकर अपनी पत्नी के अंतरंग पलों का वीडियो वायरल कर चुका जीतेन्द्र गोविंदपुरा थाने में अपराध दर्ज होने के बावजूद बेखौफ घूमता रहा। वर्ष 2022 में बागसेवनिया पुलिस से बचने के चक्कर में तीन मंजिला होटल से कूदने पर उसका पैर टूट गया था। वह बीयू की एक नि:संतान महिला योगा टीचर के साथ होटल में रंगे हाथों पकड़ा गया था।

तंत्र-मंत्र से लेकर गैंग ऑपरेशन तक में लिप्त, पुलिस के लिए बना चुनौती

जल्द अमीर बनने के चक्कर में एक तांत्रिक के कहने पर जीतेन्द्र ने छिंदवाड़ा की एक लड़की को निर्वस्त्र कर बरेली के जंगल में काली तांत्रिक क्रिया कराई थी। रायसेन पुलिस ने उसे पकड़कर छोड़ दिया था। कपिल राजपूत, जिसने उसे 10 लाख दिए थे, वही जीतेन्द्र के गैंग का अहम सदस्य था, जो बाद में अलग हो गया।

कपिल के खिलाफ रेप की शिकायत करने वाली युवती भी जीतेन्द्र की खास राजदार बताई जा रही है। नारायण नगर में कपिल और युवती की पहली मुलाकात भी जीतेन्द्र ने ही करवाई थी।

इतना ही नहीं, 15 मार्च को जीतेन्द्र एक छात्रा से 12 हजार रुपये और मोबाइल लेकर फरार हो गया था। उसका साथी सचिन पटेल अब भी बरेली में खुलेआम घूम रहा है।

जीतेन्द्र का गुरू बजरंगी, जो पुलिस कमिश्नर ऑफिस में पैसे लेने आया था, गिरोह की ठगी की तरकीबें खुद बनाता है। भोपाल, जबलपुर और रायसेन की कई लड़कियों की जिंदगी यह गिरोह बर्बाद कर चुका है, जिसमें 15 से ज्यादा लड़के-लड़कियां शामिल हैं।

कश्मीर में आतंक का तांडव, 27 लोगो की मौत 12 घायल

कश्मीर के पहलगाम में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें 27 लोगों की जान चली गई और 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हमला बेहद भीड़-भाड़ वाले इलाके में हुआ, जिससे अफरा-तफरी मच गई। हमले के बाद पूरे इलाके को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन जारी है। इस हमले को देखते हुए केंद्र सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है।

गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही श्रीनगर के लिए रवाना होंगे ताकि हालात का जायजा ले सकें और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर सकें। घायल लोगों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत पर नज़र रखी जा रही है।

वक्फ अधिनियम की समीक्षा बैठक में मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड देश में नंबर 1 घोषित

नई दिल्ली, 28 मार्च 2025 – अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय (MoMA) और IIT दिल्ली के सहयोग से वक्फ अधिनियम 1995 के क्रियान्वयन को लेकर एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन दिल्ली में हुआ। इस बैठक में विभिन्न राज्यों के वक्फ बोर्डों के प्रदर्शन की समीक्षा की गई। खासतौर पर मध्यप्रदेश, हरियाणा और पंजाब पर ध्यान केंद्रित किया गया। बैठक की सबसे बड़ी उपलब्धि रही मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड की सराहना, जिसे देशभर में पहला स्थान मिला। वक्फ संपत्तियों के संरक्षण, पंजीयन और ई-मैनेजमेंट में उत्कृष्ट कार्य के लिए बोर्ड को केंद्र सरकार द्वारा विशेष रूप से बधाई दी गई। इस बैठक में IIT दिल्ली के प्रोफेसर, NIC के तकनीकी निदेशक और MoMA के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे, जो यह दर्शाता है कि वक्फ प्रबंधन में तकनीकी और पारदर्शिता को अब प्राथमिकता दी जा रही है। अगली समीक्षा बैठक भोपाल में आयोजित की जाएगी, जिसमें संपत्तियों के सत्यापन, पंजीकरण, लेखा परीक्षण और कानूनी विवादों जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

नाबालिग से बर्बरता करने वाले आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने दिखाई तेजी

भोपाल। राजधानी भोपाल में एक नाबालिग के साथ हुई बर्बर घटना में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए महज कुछ ही समय में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 16 वर्षीय पीड़ित सुबूर शेख ने थाना गौतम नगर में शिकायत दर्ज कराई थी कि एमपी नगर स्थित चेतक ब्रिज के पास एक कॉफी शॉप से उसका अपहरण कर उसे जबरदस्ती ले जाया गया, जहां उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा गया और इस अमानवीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए मामला एमपी नगर थाने को सौंपा, जहां अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस की सख्त कार्रवाई और तेजी से की गई छानबीन के चलते सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए। गिरफ्तार आरोपियों में अरहम उर्फ अजीम, शान उर्फ उमान उर्फ डिसेंट, शानू उर्फ आशिम, मोहम्मद अल्ताफ और अरवाज शेख शामिल हैं। इनमें एक आरोपी पहले से ही जेल में निरुद्ध था। हालांकि पुलिस की इस घटना में तवा तोड़ कार्रवाई से पीड़ित गौतम संतुष्टि मिल गई होगी लेकिन अपराधियों के हौसले देखकर राजधानी भोपाल की जनता अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही राजधानी भोपाल इन दिनों क्राइम की राजधानी के नाम से जानी जा रही है ना तो पुलिस अपराध रोक पा रही है और ना अपराधियों में खाकी का डर देखने को मिल रहा है कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद से पुलिस द्वारा चलाए गए सारे अभियान जमीन पर बेअसर साबित हुए अपराध विशेषज्ञ की माने तो पुलिस थानों में 107-16 कर के छोटे-मोटे अपराध को रोकने का प्रयास कर रही है लेकिन बड़े-बड़े अपराध रोकना पुलिस के लिए चुनौती सा बन गया है पिछले 1 महीने में अगर थाने में दर्द हो रहा है अपराधों पर नजर डाली जाए तो अपराधियों के बढ़ते हुए हौसले स्पष्ट हो जाएंगे बढ़ते अपराध का कारण एक और राजनीतिक संरक्षण की ओर भी संदेह व्यक्त करता है