राजधानी भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र में गोपाल अग्रवाल के सूने मकान में चोरी की घटना को अंजाम देकर चोरों ने लाखों रुपये की नकदी और सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर लिए थे गोपाल प्रसाद अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 18 मार्च को दोपहर 1 बजे वे अपने परिवार के साथ शहर से बाहर गया था। और 19 मार्च की रात 10 बजे लौटने पर देखा कि उनके घर का दरवाजा टूटा हुआ था। अंदर जाने पर अलमारी का सारा सामान बिखरा पड़ा था और करीब 30 लाख रुपये मूल्य की नकदी और सोने चांदी के जेवहरात गायब थे। पुलिस ने मामले की गंभीरता को जाँच शुरू करते हुए, एक विशेष टीम गठित की गई। सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदेहियों आशुतोष श्रीवास्तव और जितेंद्र उर्फ जीतू मीणा को दानापानी रोड से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की वारदात कबूल की और बताया कि चोरी किए गए आभूषण इंदौर निवासी धर्मेंद्र उर्फ मनीष प्रजापति को बेचे थे। आरोपियों की निशानदेही पर चोरी का कुछ माल बरामद कर लिया गया। इंदौर में धर्मेंद्र से पूछताछ के दौरान पता चला कि उसने चोरी के आभूषणों को गला कर सोने-चांदी की सिल्ली बना ली थी, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया। मीडिया से चर्चा के दौरान ACP निहित
उपाध्याय ने बताया कि आशुतोष श्रीवास्तव गोपाल अग्रवाल के बेटे का बचपन का दोस्त है इसलिए आशुतोष को घर में कौन सी चीज कहां है और घर वाले कब जा रहे हैं कब लौटेंगे पूरी जानकारी थी आशुतोष ने अपने एक साथी को और अपने साथ मिलकर कर्ज चुकाने के लिए इस चोरी की घटना को अंजाम दिया है पुलिस दावा कर रही है गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने चोरी के कुछ जेबरात और नगदी बरामद कर लिया है आरोपियों द्वारा इंदौर जाने के लिए जी वाहन का इस्तेमाल किया था वह चर्चा का विषय बनी हुई है जांच के बाद इस बड़ी चोरी की घटना में बड़ा खुलासा हो सकता है
भोपाल में 30 लाख की चोरी,इंदौर में गलवाया सोना! पुलिस ने तीन आरोपी को किया गिरफ्तार।

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